पुलिस की पिटाई से रीयल एस्टेट कारोबारी की मौत,गोरखपुर में छह पुलिसकर्मी सस्पेंड
गोरखपुर, । होटल के कमरे में उनके साथ रुके दो दोस्तों और कानपुर से गोरखपुर पहुंची पत्नी का आरोप है कि पुलिस की पिटाई के चलते मनीष की मौत हुई है,गोरखपुर के रामगढ़ताल इलाके के तारामंडल स्थित होटल कृष्णा पैलेस में पुलिस की रूटीन चेकिंग के दौरान कानपुर के रीयल एस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता की संदिग्ध परिस्थतियों में मौत हो गई। जबकि एसएचओ रामगढ़ताल का कहना है युवक नशे में धुत था, कमरे में गिरने के चलते उसके सिर में गंभीर चोट आई, जिससे उसकी मौत हो गई। फिलहाल शव काे मर्चरी में रखवाया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत की वजह साफ होगी। एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि एसएचओ रामगढ़ताल जेएन सिंह, चौकी इंचार्ज फलमंडी अक्षय मिश्र समेत छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। एसपी सिटी को जांच सौंपी गई है। रिपोर्ट आने के बाद विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
यह है मामला
सोमवार की रात करीब 12 बजे रामगढ़ताल थाना पुलिस होटलों की चेकिंग पर निकली थी। थाने से कुछ दूरी पर स्थित कृष्णा पैलेस के रूम नंबर 512 में गोरखपुर, सिकरीगंज के महदेवा बाजार निवासी चंदन सैनी की आईडी पर तीन लोगों के रुकने का रिकार्ड रजिस्टर में दर्ज था। संदेह होने पर पुलिस ने तलाशी के लिए कमरा खुलवाया। पता चला कि कमरे में कानपुर के बर्रा थाना क्षेत्र के जनता नगर कालोनी निवासी नंद किशोर गुप्ता के 36 वर्षीय बेटे मनीष कुमार गुप्ता अपने दो दोस्तों गुरुग्राम निवासी प्रदीप चौहान व हरि चौहान के साथ रुके हैं। पुलिसकर्मियों का कहना है कि वह कमरे में पहुंचकर पूछताछ कर रहे थे, इसी बीच मनीष बिस्तर से उठा तो नशे में धुत होने की वजह से बिस्तर से गिर पड़ा। फर्श पर लगी टाइल्स के कोने से उसके सिर में गंभीर चोट आई, जिसकी वजह से वह घायल हो गया। उसे मेडिकल कालेज पहुंचाया गया जहां उसकी मौत हाे गई।
घटना की सूचना पर कानपुर से गोरखपुर पहुंची मनीष की पत्नी मिनाक्षी गुप्ता और पिता नंद किशोर गुप्ता ने बातचीत में पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया। उनका कहना था कि रात में मनीष ने उन्हें फोन कर बताया था कि होटल के कमरे में पहुंची पुलिस ने उसकी पिटाई की है, जिससे वह घायल हो गया है, उसे और दोस्तों को थाने ले जाया जा रहा है। इसके बाद उससे बात नहीं हो सकी। परिवार वालों ने पुलिस पर पीट-पीट कर मार डालने का आरोप लगाया। पत्नी ने मुख्यमंत्री को ट् वीट कर दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर मुकदमा दर्ज करने की गुहार लगाई है। पुलिस अभिरक्षा में रखे गए मनीष के दोनों दोस्त प्रदीप और हरि चौहान ने बताया कि कमरे में घुसकर पुलिस उनके साथ बदसलूकी कर रही थी। मनीष ने कहा कि हम लोग जमीन कारोबारी हैं उसी सिलसिले में अपने मित्र चंदन के बुलावे पर यहां आए हैं। उन लोगों ने अपना आधार कार्ड भी दिखाया। इसके बाद भी पुलिसवाले कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। पुलिस ने रात को ही चंदन को भी बुला लिया। उसने भी बताया कि तीनों मेरे मित्र हैं और मेरे बुलावे पर यहां आए हैं। एसएचओ रामगढ़ताल जेएन सिंह ने कहा कि होटल में सीसीटीवी कैमरा लगा है। ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। मनीष से तो उन लोगों की बहस भी नहीं हुई।